'डर नाम का कोई शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं...' कारगिल में शहीद होने से पहले 'द्रास के टाइगर' का आखिरी खत
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। 'द्रास के टाइगर' के नाम से मशहूर कारगिल युद्ध के हीरो कैप्टन अनुज नैयर को उनकी बहादुरी के लिए 'मरणोपरांत महावीर चक्र' से सम्मानित किया गया है। महज 24 साल के इस नौजवान ने सिर पर कफन बांधकर दुश्मनों से लोहा लिया। इस दौरान दुश्मन देश के एक ग्रेनेड का निशाना बनने से वह 7 जुलाई 1999 को वीरगति को प्राप्त हुए। कैप्टन की कहानी आज भी देश के नौजवानों में वीरता का जज्बा पैदा करती है।